रसेल अर्नोल्ड के अनुसार फ्रैंचाइज टूर्नामेंट की कमी के कारण श्रीलंका क्रिकेट में आई हैं गिरावट

रसेल अर्नोल्ड

श्रीलंका की लंकन प्रीमियर लीग टूर्नामेंट के नए नियुक्त अध्यक्ष रसेल अर्नोल्ड का कहना है कि विदेशी खिलाड़ियों की भागीदारी के साथ प्रतिस्पर्धात्मक फ्रैंचाइज-आधारित टूर्नामेंट की कमी के कारण, देश के खिलाड़ियों के कौशल स्तरों में कमी आई है |
 
44 वर्षीय अर्नोल्ड को पिछले हफ्ते एलपीएल के डाइरेक्टर के रूप में नियुक्त किया गया था | श्रीलंका के सभी दक्षिण एशियाई पड़ोसियों ने अपनी फ्रैंचाइज आधारित टूर्नामेंटों को समृद्ध किया है और अर्नोल्ड को श्रीलंका की अपनी स्वयं की जीवंत प्रतियोगिता का निर्माण करने पर पूरा भरोसा है |
 
क्रिकबज के साथ बात करते हुए पूर्व मध्य-क्रम के बल्लेबाज ने कहा हैं कि, "हमें कुछ इस तरह की जरुरत हैं | हमारे कौशल स्तर में गिरावट आ रही हैं | यहाँ फ्रेंचाइज-आधारित प्रतिस्पर्धा के लिए प्रति बहुत दिलचस्पी है और ये संस्कृति यहाँ हैं | खिलाड़ियों के लिए अपनी प्रतिभा को दिखाने और उन्हें दबाव में खेलने और अपने कौशल स्तर को विकसित करना का यह अच्छा अवसर है |"

एसएलसी ने साल 2011 में श्रीलंका प्रीमियर लीग की शुरुआत की थी, लेकिन टूर्नामेंट असफल रहा था और एक साल बाद प्रायोजकों की कमी के कारण उन्हें इसे बंद करना पड़ा था | लेकिन बोर्ड अब इस बात से सावधान हो गया है कि अतीत की ये गलतियाँ दोबारा नहीं दोहराई जाएगी | 

अर्नोल्ड ने कहा, "हमें एक ऐसे टूर्नामेंट का निर्माण करने की जरूरत है, जिसका हर किसी को इंतज़ार रहे | न सिर्फ खिलाड़ियों को, लेकिन प्रशंसकों, मालिकों और हर किसी को इसका इंतज़ार रहे | मुझे विश्वास है कि हम इसे सफल बना सकते हैं | यहाँ पहले से ही इसके प्रति बहुत रूचि हैं और ये मुझे और भी अधिक उत्साहित करता हैं |" 
 
अर्नोल्ड सोमवार की रात को मलेशिया की यात्रा करेंगे, जहाँ एशियाई क्रिकेट परिषद की बैठक है |एसएलसी अधिकारी वहाँ पहले से ही मौजूद हैं और अर्नोल्ड का इस क्षेत्र से प्रमुख अधिकारियों के साथ परिचय किया जाएगा, क्योंकि अब उन्हें एक नई भूमिका का प्रभार सौंपा गया हैं | टूर्नामेंट निदेशक के रूप में उनका कार्य 1 मई से शुरू होगा |

 
 

By Pooja Soni - 10 Apr, 2018

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