हाल ही में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने टीम इंडिया के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी पर उनकी पत्नी हसीन जहां द्वारा लगाए गए मैच आरोपों से मुक्त कर दिया था |
जिसके बाद बोर्ड ने शमी को सालाना अनुबंध देते हुए उन्हें बी कैटेगरी में रखा था | लेकिन इस बात से उनकी पत्नी हसीन जहां बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं लग रही हैं | बीसीसीआई द्वारा शमी को आरोपमुक्त करने के बाद हसीन ने कुछ दिन पहले ही बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की थी |
जब ममता बनर्जी से मुलाकात का कोई फायदा नहीं निकला, तो हसीन ने बीसीसीआई कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना से मुलाकात की | जिसके बाद खन्ना ने बताया कि हसीन जहां ने मुलाकात में मुझसे से अनुरोध किया हैं बोर्ड को उनके इस मामले में दखल देना चाहिए | लेकिन खन्ना ने भी उनके व्यक्तिगत मामले में बीसीसीआई को शामिल करने से इंकार कर दिया हैं | बीसीसीआई एक क्रिकेट निकाय है और इस तरह से किसी के परिवार के मामलों में शामिल होना उचित नहीं होगा |
एएनआई से बात करते हुए खन्ना ने कहा हैं कि, "हसीन जहां ने मुझे एक अनुरोध के साथ मुलाकात की थी, कि बीसीसीआई को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए | मैंने उनसे कहा कि यह उनका निजी और परिवार का मसला हैं, जो कि परिवार के बीच ही सुलझना चाहिए | इसमें शमी सहित सभी का हित होगा क्योंकि वह भारतीय टीम में हैं और हम चाहते हैं कि वह आईपीएल और आगामी इंग्लैंड श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करें |"
साथ ही खन्ना ने बताया कि जहां ने उनसे से मोहम्मद शमी पर दबाव डालने का अनुरोध भी किया था, कि वे अपने अपराधों को जनता के सामने स्वीकार करें | लेकिन खन्ना ने इस तरह के मामलों का हिस्सा बनने से साफ़ इनकार कर दिया और उनसे कहा कि उन्हें अपने परिवार की मदद लेनी चाहिए |
वही हसीन जहां ने खन्ना से मुलाकात करने से पहले कहा था कि, "शमी सिर्फ मीडिया से सहानुभूति हासिल करने की कोशिश कर रहा है | वह मेरे और हमारी बेटी की परवाह नहीं करता है | मैं यहां एक छोटे से अतिथि गृह में रह रही हूँ, लेकिन उसने अपनी बेटी से मिलने के बावजूद मुझसे कोई संपर्क नहीं किया |"