राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख कोच मुश्ताक अहमद ने कहा है कि पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) में भाग लेने वाले विदेशी खिलाड़ियों को केवल तभी चुना जाना चाहिए, जब तक की वे अगले संस्करण में देश का दौरा करने के विचार से सहमत न हो जाए |
मुश्ताक ने बुधवार को मीडिया को संबोधित करते हुए कहा हैं कि अगले संस्करण के मसौदे में केवल ऐसे खिलाड़ियों को लिया जाना चाहिए, जो कि लीग के लिए पाकिस्तान का दौरा करने के लिए सहमत हो |
Tribune.com की रिपोर्ट के अनुसार मुश्ताक ने कहा हैं कि, "पीएसएल अब एक ब्रांड बन गया है | अब, केवल खिलाड़ियों को अगले संस्करण में पाकिस्तान यात्रा करने के लिए सहमत किया जाना चाहिए |"
उन्होंने ये भी कहा हैं कि विदेशी खिलाड़ियों को अतिरिक्त भुगतान करने का अभ्यास भी समाप्त कर दिया जाना चाहिए | उन्होंने कहा हैं कि, "पाकिस्तानी यात्रा के लिए खिलाड़ियों को अतिरिक्त भुगतान करने का अभ्यास भी ख़त्म कर देना चाहिए | खिलाड़ियों को केवल अनुबंध में वादा करने के बाद ही राशि का भुगतान किया जाना चाहिए | फ्रेंचाइजियों ने पाकिस्तान का दौरा के लिए खिलाड़ियों को अतिरिक्त भुगतान करके, एक गलत मिसाल कायम की है |"
पूर्व पाकिस्तानी खिलाडी ने कहा हैं कि यदि विदेशी खिलाड़ी यहाँ नहीं आते हैं तो भी पीएसएल अब भी दर्शकों को इकट्ठा कर सकता हैं | उन्होंने कहा हैं कि, "दर्शक अभी भी पीएसएल का समर्थन करेंगे, भले ही विदेशी खिलाडी पाकिस्तान आने का विकल्प चुने या न चुने |"
उन्होंने कहा हैं कि, "पूरे टूर्नामेंट [पीएसएल] को अंततः पाकिस्तान में जगह लेनी है, इसलिए प्रशासन को अगले साल देश में अधिक मैचों का आयोजन करने की कोशिश करनी चाहिए |"
लेकिन आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों को पाकिस्तान का दौरा करने के लिए कैसे आकर्षित कर सकते हैं | मुश्ताक के पास इसके लिए भी एक विचार है और उन्होंने कहा हैं कि, "पूर्व क्रिकेटरों को खिलाड़ियों से बात करने के लिए लाया जाना चाहिए, क्योंकि उनके शब्द विदेशी खिलाड़ियों के लिए अधिक महत्वपूर्ण होते हैं |"
उन्होंने आगे कहा हैं कि, "पाकिस्तान की T20 टीम वेस्ट इंडीज की तुलना में अधिक संतुलित और बेहतर है | उन्होंने सीरीज में घरेलू मैदान और भीड़ का फायदा उठाया होगा |" पूर्व टेस्ट क्रिकेटर ने ये भी कहा हैं कि वे पाकिस्तान को अपने नए पीएसएल खोजों का परीक्षण करने का भी मौका देंगे |
उन्होंने कहा कि, "पाकिस्तान के मुख्य कोच मिकी आर्थर और सरफराज अहमद के बयान से पता चलता है कि पीएसएल से मिली प्रतिभा को वेस्टइंडीज के खिलाफ एक मौका मिलेगा | यह युवाओं को आत्मविश्वास देगा और साथ ही राष्ट्रीय टीम के पास एक अच्छा बैकअप भी होगा |"