रोहित शर्मा के अनुसार दिनेश कार्तिक नंबर 7 पर बल्लेबाजी के लिए भेजे जाने से थे नाखुश

कोलंबो में खेले गए फाइनल मैच में टीम इंडिया ने दिनेश कार्तिक के आखिरी गेंद पर लगाए छक्के की बदौलत बांग्लादेश को 4 विकेट से मात देकर निदाहास ट्रॉफी को अपने नाम कर लिया हैं |

इस रोचक मुकाबले में मिली जीत के बाद टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने दिनेश कार्तिक की जमकर तारीफ की | साथ उन्होंने ये भी खुलासा किया कि कार्तिक ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिए नहीं भेजे जाने से नाखुश थे, लेकिन भारतीय कप्तान ने उन्हें सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजने के फैसले का बचाव किया |

रोहित ने कहा कि, "मैंने उससे कहा कि मैं चाहता हूँ कि आप हमारे लिये मैच का अंत करो, क्योंकि आपके कौशल की अंत के तीन या चार ओवरों में जरूरत पड़ेगी | इसी वजह से उसे 13वें ओवर में मेरे आउट होने के बाद छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए नहीं भेजा गया था | वह इससे थोड़े नाखुश जरूर थे, लेकिन मैच का सुखद अंत करके वे अब बहुत खुश है |"

टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा | AP

हालांकि भारतीय कप्तान सुपर ओवर के लिए पूरी तरह से तैयार थे | उन्होंने कहा कि, "आखिरी गेंद के लिए, मैं पहले से ही अपने पैड पहनने के लिए अंदर चला गया था, ताकि सुपर ओवर के बारे में सोच सकूँ | तो इसलिए मैंने आखिरी गेंद नहीं देखी | ड्रेसिंग रूम में जिस तरह से जश्न मनाया जा रहा था, मुझे पता चल गया था कि हम जीत गए हैं और दिनेश ने छक्का मारा है |"

निदास ट्रॉफी में बांग्लादेश के खिलाफ लगातार अपना 14वा अर्द्धशतक पूरा करने वाले रोहित ने स्थिति के बारे में बताते हुए कहा कि विजय शंकर अंतिम ओवरों में संघर्ष कर रहे थे |

रोहित ने कहा कि, "हम हमेशा जानते थे कि हमारे पास एक ऐसा खिलाडी हैं, जो बहुत अनुभवी हैं और एक ऐसा खिलाड़ी हैं जिसके पास उन बड़े शॉट्स को खेलने की प्रतिभा है | दुर्भाग्य से, शंकर संपर्क नहीं कर सका, लेकिन फिर उन्होंने इस टूर्नामेंट में पहले बल्लेबाजी नहीं की थी, यह उनके लिए पहला मौका था और इस तरह के दबाव में बल्लेबाजी करना कभी भी आसान नहीं होता हैं | मुझे यकीन है कि वह इससे बहुत कुछ सीख लेंगे |"

कार्तिक ने 19वें ओवर में रुबेल हुसैन की गेंद पर 22 रनो की पारी खेली थी और रोहित ने स्वीकार किया कि भारत इस एक बड़े ओवर को ख़त्म करने में भाग्यशाली था | उन्होंने कहा कि, "यह तो किसी के भी साथ हो सकता है | जब आप उन बड़े ओवरों में गेफबाजी करने  हैं तोयह किसी के साथ हो सकता है | यह डेथ पर कभी भी आसान नहीं होता है | दबाव हमेशा गेंदबाज पर होता है, न कि बल्लेबाज़ पर, क्योंकि बल्लेबाज के पास ऐसे बल्लेबाज होते हैं, मैदान में आते हैं और खेलते हैं | दिनेश, मनीष और विजय को पता था कि उन पर दबाव है |"

 
 

By Pooja Soni - 19 Mar, 2018

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