आईसीसी महिला चैंपियनशिप के अंतर्गत खेली जा रही भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एकदिवसीय सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम भारत दौरे पर हैं |
जिसके चलते इस हफ्ते, ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम ने क्रिकेट से थोड़ा समय निकालकर गुजरात के पश्चिमी राज्य में एक घरेलू हिंसा समर्थन केंद्र पर जाने का फैसला किया | इस क्षेत्र के आसपास ऐसे कई केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहा वे पीडि़तों के लिए परामर्श और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं और स्थानीय पुलिस स्टेशनों से भी जुड़े हुए हैं |
यह यात्रा क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की सामुदायिक कार्रवाई के कार्यक्रम 'क्रिकेट केयर' के माध्यम से हुई, जिसका उद्देश्य बदलाव के लिए एजेंट के रूप में खेल का उपयोग करना है | इस कार्यक्रम में आपदा राहत प्रयासों और व्यापक समुदाय के काम के साथ ही मैक्ग्राथ फाउंडेशन सहित धर्मार्थ हिस्सेदार भी जुड़े हुए हैं |
विकेटकीपर एलिसा हीली ने कहा हैं कि उन्होंने इस बारे में बहुत कुछ सीखा है, जिसके साथ ही भारत में महिलाओ को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें प्रेरित किया जा रहा हैं | हीली ने कहा हैं कि, "यह स्पष्ट रूप से महिलाओं के आंदोलन के बारे में सीखने के लिए एक महान अनुभव है जो कि यहाँ पर हो रहा है और महिलाओं को बेहतर सशक्त बनाने की कोशिश भी की जा रही हैं |"
जूलिया थेक्कुडन, जो कि यह आश्रम चलाने वाले संगठन के लिए काम करती हैं, ने कहा हैं कि वह ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की आभारी हैं कि उन्होंने केंद्र में रूचि दिखाई और कुछ प्रोत्साहन देने के लिए अपना कीमती समय यहाँ दिया | उन्होंने कहा कि, "उन्होंने (खिलाड़ियों) यहाँ महिलाओं को अपने कुछ सुझाव दिए, कि वे अपने जीवन में अलग-अलग तरीके से क्या कर सकती हैं, जिससे कि वे तय कर सके कि वे क्या करना चाहती हैं |"
Earlier today we were fortunate to visit a Women’s Support Centre as part of Cricket Cares. Thank you to those who shared their story. It was inspiring to hear some of the work being done to recognise women and their rights in the community. pic.twitter.com/9xB5FaNFgp
— Rachael Haynes ???? (@RachaelHaynes) March 13, 2018