बाज़िद खान के अनुसार पीएसएल युवा खिलाड़ियों के लिए एक उन्नति का मंच हैं

पूर्व टेस्ट बल्लेबाज और क्रिकेट कमेंटेटर बाज़िद खान ने पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रारंभिक प्रयास हैं, जो राष्ट्रीय टीम में उनकी यात्रा को तेजी से आगे बढ़ाते हैं |

बाज़िद, जिन्होंने 2004 से 2008 के बीच एक टेस्ट और पांच एकदिवसीय मैचों में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्वन किया हैं, ने The nation से बात करते हुए कहा हैं कि पाकिस्तान सुपर लीग का तीसरा संस्करण इस बात को दर्शाता है कि हमने फील्डिंग के हमारे मानकों में भी सुधार किया है |

खान ने कहा हैं कि, "पीएसएल में प्रतियोगिता का स्तर बढ़ गया है और पीएसएल के तीसरे संस्करण के दौरान जो बात सामने आई हैं, वो हैं फील्डिंग, जहा 90% कैच लिए गए हैं, जो कि दुनिया के अन्य सभी लीगों से बेहतर है |"

पूर्व बल्लेबाज ने कहा हैं कि, "यदि आप सीमित ओवरों का क्रिकेट खेलना चाहते हैं तो आपको फील्डिंग में सर्वश्रेष्ठ होना होगा और पीएसएल ने फील्डिंग मानकों में सुधार के क्षेत्र में हमारी मदद की है, मैंने पाकिस्तान के किसी भी दूसरे टूर्नामेंट में ऐसी फील्डिंग नहीं देखी है, इसलिए यह पाकिस्तान के लिए बहुत ही अच्छा संकेत है | हमारी फील्डिंग का स्तर अंतरराष्ट्रीय मानकों से मेल खाता हैं |"

बाज़िद जो कि पीएसएल के स्थायी कमेंटेटर हैं, ने लाहौर कलंदर्स के प्रदर्शन के बारे में बात करते हुए,  कहा हैं कि ब्रेंडन के सिद्धांत कलंदर्स के लिए काम नहीं कर रहे है और टीम के नेतृत्व को बदलने के लिए प्रबंधन के पास यही सही समय हैं | 

36 वर्षीय ने कहा हैं कि, "लाहौर कलंदर्स को टीम प्रबंधन, टीम कोचिंग और टीम के कप्तान में बदलाव की जरूरत है, क्योंकि अगर वे बदलाव नहीं करते हैं तो मुझे नहीं लगता कि भविष्य में उनके परिणामों में कोई बदलाव होगा |"

"इब्तिसाम, शाहीन शाह आफरीदी युवा हैं और उन्हें समय की जरूरत है, लेकिन उन्होंने यह दिखाया है कि उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने की क्षमता मिल गई है | शादाब को भी तुरंत अनावरण मिल गया है | इन खिलाड़ियों को प्रारंभिक प्रयास मिला है और यदि वे इस तरह से काम करते रहेंगे तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि वे पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व भी करेंगे |"

उन्होंने आगे कहा कि सबसे अच्छा हिस्सा यह है कि खिलाड़ियों को पीएसएल में दबाव की स्थिति में खेलना पड़ता है, जो कि आमतौर पर घर पर अन्य घरेलू मैचों में नहीं मिलता है | टीवी कवरेज, स्टेडियम में भीड़ उन्हें खिलाड़ियों के अनावरण देती है |

 
 

By Pooja Soni - 13 Mar, 2018

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