सचिन तेंदुलकर के डेजर्ट स्टॉर्म पारी से जुडी अज्ञात कहानी

1998 में शारजाह क्रिकेट स्टेडियम से जुडी सचिन तेंदुलकर कि बहुत सी अनसुनी कहानिया हैं |

भारतीय पूर्व कप्तान की 143 रनो की पारी, जिसे 'डेजर्ट स्टॉर्म' के रूप में जाना जाने लगा, ने 22 अप्रैल 1998 को भारत को कोका कोला कप फाइनल के लिए अर्हता प्राप्त करने में मदद की थी | भारत ये मैच ऑस्ट्रेलिया से 26 रनो से हार गया था, लेकिन सचिन की पारी की बदौलत भारत को फाइनल में पहुंचने में मदद मिली, लेकिन तेंदुलकर की फाइनल में खेली गई 134 रनों की पारी ने भारत को चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को छह विकेट से हराकर जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी | 

तेंदुलकर ने 24 अप्रैल को 134 रन बनाये थे और उसी दिन उनका जन्मदिन भी था और पूरी टीम ने टीम की जीत और उनका जन्मदिन जा जश्न मनाया | वास्तव में, कई क्रिकेट प्रशंसक, आयोजक और यहां तक ​​कि पत्रकार भी दो दशक पहले स्टेडियम में भारतीय टीम के इस जश्न के साक्षी बने थे, लेकिन कोई नहीं जानता कि हारने वाली टीम का गेंदबाज, जिसने तेंदुलकर के हमले को रोकने के लिए अपनी पूरी कोशिश की, उसका जन्मदिन भी उसी दिन था |

डेमियन फ्लेमिंग यहाँ चल रहे पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के लिए एक कमेंटेटर के रूप में मौजूद है | फ्लेमिंग ने बताया कि, "हमारा जन्मदिन उसी ही दिन है | उस दिन सचिन ने 24 वर्ष के हुए थे और मैं 28 वर्ष का | मुझे याद है कि उनके द्वारा किये हमले का खास कारण है क्योंकि यह शानदार प्रतिभाशाली बल्लेबाज़ थे, विशेषकर सैंडस्टॉर्म पारी | उनकी इस पारी के बाद सभी केवल तेंदुलकर को जन्मदिन की बधाई देना चाहते थे |"

शारजाह क्रिकेट स्टेडियम ने तेंदुलकर से डेजर्ट स्टॉर्म की पारी के दौरान फ्लेमिंग की कार्रवाई के दौरान कि एक तस्वीर ली गई थी और अब उसी स्टेडियम में मौजूदा पीएसएल में  इस्लामाबाद यूनाइटेड और कराची किंग्स मैचों के दौरान स्टेडियम के महाप्रबंधक मज़हर खान ने फ्लेमिंग से इस तस्वीर उनका  ऑटोग्राफ माँगा | इस तस्वीर पर अपना ऑटोग्राफ देने के बाद फ्लेमिंग ने इसे अब्दुल रहमान बुख़ातिर  के बेटे खलाफ बुख़ातिर को प्रस्तुत किया, जिन्होंने शारजाह स्टेडियम का निर्माण किया हैं, जिसमें उनके जन्मदिन के जश्न की अज्ञात कहानी का खुलासा हुआ, जो कि खराब हो चुकी हैं |

 

 
 

By Pooja Soni - 07 Mar, 2018

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