बीजू जॉर्ज के अनुसार भारत की फील्डिंग में 100 प्रतिशत से अधिक हुआ है सुधार

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दोहरी श्रृंखला जीतने के बाद, भारत की T20 कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा था कि हमारी फील्डिंग, जिसमें पिछले दो-तीन साल में हम में कमी थी, ने बहुत सुधार किया है और यह दौरे पर हमारी सबसे बड़ी जीत हैं |

भारतीय महिलाओं में हुए इस सुधार के लिए, केरल की रहने फील्डिंग कोच बीजू जॉर्ज को इसका श्रेय दिया जाना चाहिए, जो इंग्लैंड में 2017 के विश्व कप की शुरुआत से टीम के साथ ही हैं |

तिरुवनंतपुरम में टीओआई से बात करते हुए बीजू ने कहा हैं कि, "सुधार में, मैं कहना चाहूंगा कि 100% से अधिक सुधार हुआ हैं | खिलाड़ियों ने फील्डिंग पर प्रत्येक प्रशिक्षण सत्र का एक घंटे बिताया हैं | स्वाभाविक रूप से, विभिन्नता देखने को मिला हैं |"

बीजू हमेशा ही अपनी कोचिंग में आंकड़ों के महत्त्व के प्रति सतर्क रहे हैं |" उन्होंने कहा कि, "विश्व स्तर पर, पुरुषों के क्रिकेट सहित, औसत 1.1 कैच को प्रति खेल में छोड़ दिए जाते हैं | लेकिन अगर आप दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे और T20 सीरीज़ को देखे, तो पुरे सात मैचों में, हम ने केवल पांच कैच छोड़े हैं | इसलिए हम एक पूरी सीरीज में वैश्विक स्तर से नीचे बने रहने में कामयाब रहे  |"

53 वर्षीय कोच ने कहा कि, "इससे पहले, कुछ खिलाड़ियों में थोड़ा संकोच होता था, जब वह एक शक्तिशाली शॉट उनके सामने आता था | लेकिन अब वे सभी गेंद को अपने पास आने की इच्छा रखती  हैं और इस बारे में चिंतित भी नहीं होती हैं कि यह कितनी तेजी से रही हैं |" 

बीजू ने कहा कि महिलाओं के लिए अभ्यास पुरुषों की तुलना में अलग नहीं हैं | उन्होंने कहा कि, "कुछ खिलाडी मैदान पर डाइव करने में आरामदायक नहीं थे | यहाँ ठीक से डाइव करने के लिए एक तकनीक है और मैंने उन्हें इसका सही उपयोग करना सिखाया है | खिलाड़ियों को समझना होगा कि अगर मैं इसे अपने 50 के दशक में कर सकती हूं, तो वे इसे  अपनी उम्र में आसानी से कर सकते हैं |"

 
 

By Pooja Soni - 03 Mar, 2018

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