केविन पीटरसन छत्तीसगढ़ में जंगली जानवरों के संरक्षण के लिए करना चाहते है काम

इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व सदस्य केविन पीटरसन, भारत में छत्तीसगढ़ राज्य में जंगली भैंस और 'पहाड़ी मैना' पक्षियों के संरक्षण के लिए काम करना चाहते हैं |

जंगली भैंस और पहाड़ी मैना दोनों दुर्लभ ही प्रजातियां हैं, जो विलुप्त होने की कगार पर हैं | पहाड़ी मैना मानव भाषा की नकल करने के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है | मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से सोमवार को पीटरसन मुलाकात की थी | इस अवसर पर सीएम ने उन्हें बैट भी उपहार में दिया |

साथ ही केविन को एक प्रस्ताव भी प्रदान किया | दोनों के बीच थोड़ी देर तक बातचीत भी हुई | पीटरसन ने दोपहर में जंगल सफारी पहुंचकर सफारी का भ्रमण भी किया | इस दौरान उन्होंने तेंदुए के शावक को दूध भी पिलाया |  

खबरों के अनुसार पीटरसन एक खास मिशन के तहत रायपुर आए हैं | वे अनाथ जानवरों को बचाने और उनके रिहैबिलिटेशन के कामो से जुड़े हुए हैं | उनका सरोई SAROI (सेव अवर राइनोस) कार्यक्रम विश्व में जानवरों के संरक्षण के लिए काफी प्रसिद्ध भी है |

राज्य सरकार द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, पीटरसन ने कहा हैं कि उन्होंने राज्य में इन दो दुर्लभ प्रजातियों की उपस्थिति के बारे में पता लगने  के बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ आने का फैसला किया | 37 वर्षीय ने आगे बताया कि वे उनके अस्तित्व को सुनिश्चित करने में योगदान करना चाहते हैं |
 
पीटरसन के इस संकेत ने राज्य के मुख्यमंत्री से प्रशंसा हासिल की हैं, जिन्होंने अपनी बैठक की खबरों को ट्विटर पर साझा किया हैं | मुख्यमंत्री ने कहा हैं कि उन्होंने पीटरसन को जंगली भैंस और पहाड़ी मैना के बारे में विस्तार से बताया और उन्हें एक जंगल सफारी पर बी लेके गए | 

जंगली भैंस और पहाड़ी मैना क्रमशः छत्तीसगढ़ के राज्य जानवर और राज्य पक्षी हैं |

 
 

By Pooja Soni - 28 Feb, 2018

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