पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और राष्ट्रीय मुख्य चयनकर्ता इंजमाम-उल-हक ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 5 एकदिवसीय मैचों की सीरीज में मिली हार के बाद पाकिस्तान के सभी घरेलू खिलाड़ियों से एकदिवसीय मैचों में अधिक से अधिक खेलने के लिए आग्रह किया है |
जिसके बाद पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद ने भी मुख्य चयनकर्ता इंजमाम-उल-हक के इस आग्रह का समर्थन किया हैं | एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार अहमद का कहना हैं कि सबसे छोटे प्रारूप में खेलने का ये मतलब नहीं हैं कि खिलाड़ियों को 50 ओवर या टेस्ट मैच में खेलने के लिए फिटनेस के विकास में मदद नहीं मिलती है |
सरफराज का हवाला देते हुए ट्रिब्यून ने लिखा हैं कि, "जब आप लंबे समय तक सबसे छोटे प्रारूप में खेलते हैं, तब आपको 50 ओवर या टेस्ट मैचों में खेलने के लिए फिटनेस का होना जरुरी नहीं होता है |"
पाकिस्तानी कप्तान ने यह भी कहा कि खिलाड़ियों को खेल के प्रारूप के अनुसार खुद को प्रशिक्षित करना चाहिए | उन्होंने कहा कि इंजमाम ने जो भी कहा वह सही था और कहा कि, "आप जितना अधिक खेल खेलते हो, उतना ही आप खुद को प्रारूप के अनुसार प्रशिक्षित करते हो | इसलिए इंजी भाई सही हैं |"
पाकिस्तान के कप्तान के अनुसार T20 ने खिलाड़ियों को उनकी फिटनेस में ज्यादा ध्यान देने की मंजूरी नहीं दी है, क्योंकि खेल के बीच का अंतर बहुत ही कम है | उन्होंने कहा कि हक का ये भी कहना सही हैं कि यदि वे अपनी फिटनेस स्तर में सुधार करना चाहते हैं, तो खिलाड़ियों को अधिक से अधिक 50 ओवरों का खेल खेलना चाहिए |
उन्होंने कहा कि, "छोटे प्रारूप में आपको प्रशिक्षित होने के लिए कम समय मिलता है, लेकिन जब आप लंबे प्रारूप में खेल रहे हैं, तो आप एक अधिक कठिन फिटनेस शासन विकसित करना पड़ता हैं | इज़ी भाई बिलकुल सही हैं कि जितना अधिक आप क्रिकेट के लम्बे प्रारूप में खेलेंगे, आप उतना ही अपनी फिटनेस में सुधार करेंगे |"