भारत के लिए, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में परिणाम, वनडे मैचों के मुकाबले प्रभावी नहीं थे, जबकि विराट कोहली के नेतृत्व वाले भारतीय टीम रेनबो नेशन में द्विपक्षीय सीरीज जीतने वाली पहली टीम बन गई हैं |
भारतीय के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि टीम को अपने आगामी विदेशी दौरे पर बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए वास्तव में क्या करने की आवश्यकता है | गावस्कर के मुताबिक भारतीय टीम को सबसे महत्वपूर्ण बदलावों में से एक लाने की जरूरत है, जिसमे उन्हें कलाई वाले स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को शामिल करना चाहिए |
टीओआई के लिए अपने कॉलम में दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावसकर इस बात पर जोर दिया हैं कि अब भारत को इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के दौरे से पहले भारत को इन गलतियों से सबक लेना चाहिए |
गावसकर ने लिखा हैं कि, "भारतीय टीम को इंग्लैंड दौरे की शुरुआत वनडे सीरीज से करना हैं, इसलिए ऐसे में टीम को टेस्ट की शुरुआत करने से पहले वहां बिताने के लिए करीब एक महीने का समय मिल जायेगा |जिसके लिए आज से ही तैयारिया तैयारी शुरू करनी चाहिए | भले ही इन दिनों T20 और वनडे क्रिकेट का बोलबाला हो | लेकिन इसके बावजूद आज भी टेस्ट मैच के परिणाम ही मायने रखते हैं | इसलिए इंग्लिश स्तिथि के आदी होने के लिए वहां टेस्ट सीरीज से पहले बिताया जाने वाला समय बहुत ही महत्वपूर्ण होना चाहिए |"
उन्होंने बताया कि, "इसी तरह ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भी टीम प्रबंधन को योजना बनानी शुरू कर देनी चाहिए और यहां टेस्ट सीरीज की शुरुआत करने से पहले करीब दो फर्स्ट क्लास मैचों का भी आयोजन किया जाना चाहिए | भले ही विराट कोहली जैसे शानदार खिलाड़ी सीधे बड़े मैच में उतरकर बड़े-बड़े शतक बना सकते हैं, लेकिन टीम के बाकी खिलाड़ियों को विदेशी स्तिथियो में अनुकूलित होने के लिए अभ्यास मैच की बहुत जरुरत हैं |"
गावस्कर ने कहा कि, "तीसरा टेस्ट मैच जीतने के बाद भारतीय टीम ने जिस तरह से मेज़बान टीम को ने वनडे सीरीज में धूल चटाई है, वह वाकई में काबिले तारीफ है | भारत के शीर्ष बल्लेबाजों में से कोई न कोई बल्लेबाज वनडे सीरीज के हर मैच में 30 ओवर तक क्रीज पर अंत तक बना रहा है | इसमें सेंचुरियन वनडे को शामिल नहीं किया जा सकता हैं, क्योंकि इस मैच में टीम इंडिया को जीतने के लिए सिर्फ 118 रन बनाने थे और टीम के शीर्ष तीन बल्लेबाजों ने यह काम 21 ओवरों में ही पूरा कर दिया था |"
पूर्व कप्तान ने आगे लिखा हैं कि, "इस सीरीज में भारत के दो कलाइयों वाले स्पिनर्स का बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान रहा हैं | उन्होंने अपनी बेहतरीन गेंदबाज़ी से अफ्रीकी टीम को वापसी करने का एक भी मौका नहीं दिया | दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज इस सीरीज में 5 मैचों के बाद भी इन गेंदबाजों को अभी तक समझ नहीं पाए हैं, कि वे कौन सी गेंद कहां से घुमाते हैं | कुलदीप यादव टेस्ट मैच भी खेल चुके हैं और वे ये भी यह साबित कर चुके हैं कि वे खेल के लंबे पररूप में भी अच्छी तरह से फिट हो सकते हैं | इसी तरह जसप्रीत बुमराह ने भी सफेद गेंद से लाल गेंद तक का सफर बहुत ही खूबसूरती के साथ तय किया है |"