एक आरटीआई के जवाब में आयकर विभाग ने कहा हैं कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) पर विभाग का बकाया 860 करोड़ रुपए से ज्यादा तक पहुंच सकता है |
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार आयकर विभाग ने सूचना के अधिकार (आरटीआई) कार्यकर्ता सुभाष अग्रवाल द्वारा आवेदन के जवाब में बीसीसीआई पर लगाए गए कर और क्रिकेट बोर्ड द्वारा दिये गये भुगतान की विस्तृत जानकारी मुहैया करायी है. |
आयकर विभाग ने कहा हैं कि 9 जनवरी 2018 तक बीसीसीआई को साल 2014-15 के लिये कुल 1325.31 करोड़ रूपये का कर देना था, जिसमें से उसने 864.78 रूपये करोड़ का कर चुका दिया है, जिससे अब उनकी बकाया राशि 460.52 करोड़ रूपये बची हुई है |
कर निर्धारण साल 2015-16 के लिये पूरा हो जायेगा और क्रिकेट संस्था पर विभाग का 400 करोड़ रूपये का कर लगाने की संभावना है, जिससे कुल बचा हुआ कर 860.52 करोड़ रूपये का हो जायेगा |
इसके पहले कॉप्टिशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) ने दुनिया की सबसे ताकतवर क्रिकेट बोर्ड में से एक बीसीसीआई पर 52 करोड़ 24 लाख का जुर्माना लगाया था | सीसीआई ने ये जुर्माना बीसीसीआई पर दबदबे का गलत इस्तेमाल करने के लिए लगाया था | इससे पहले साल साल 2013 में भी इस संस्था ने बीसीसीआई पर जुर्माना लगाया था | सीसीआई ने अपने 44 पेज के ऑर्डर में कहा है कि बीसीसीआई पर ये जुर्माना पिछले तीन वर्षों के रेवेन्यू के कुल टर्नओवर का 4.48 फीसदी है |