बीसीसीआई डे-नाइट टेस्ट खेलने को लेकर जल्द ही लेंगे फैसला

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मंगलवार को भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने कहा हैं कि भारत में पहले डे-नाइट क्रिकेट टेस्ट पर जल्द ही फैसला लिया जायेगा |

पीटीआई कि रिपोर्ट के अनुसार 14-18 जून तक अफगानिस्तान के साथ बेंगलुरु में खेले जाने वाले टेस्ट मैच की घोषणा के अवसर पर चौधरी ने कहा हैं कि, 'इस विषय पर हमेशा ही सवाल पूछा जाता है | लेकिन अब इस पर जल्द ही फैसला लिया जायेगा, लेकिन ये अफगानिस्तान के खिलाफ टेस्ट मैच के बारे में नहीं होगा |" टेस्ट खेलने वाली आठ टीमों ने डे-नाइट का टेस्ट मैच खेला है, लेकिन रैंकिंग में शीर्ष  पर मौजूद भारत ने अभी तक ऐसा नहीं किया है |

साल 2015 में पहला डे-नाइट टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था | अब तक 9 मैच गुलाबी गेंद से खेले गए हैं | इसके पहले भी बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा था कि 2016 में भारतीय टीम न्यूजीलैंड के साथ घरेलू मैदान पर डे-नाइट टेस्ट मैच खेलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया |

वहीं बीसीसीआई के आला अधिकारियों के बीच वैचारिक मतभेद भी एक बार फिर से सामने ऐनी लगे हैं | ऐसा तब हुआ, जब अफगानिस्तान के खिलाफ ऐतिहासिल टेस्ट के कार्यक्रम को लेकर कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना, कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी और वरिष्ठ सदस्य राजीव शुक्ला से किसी तरह की सलाह नहीं ली |

बीसीसीआई के संविधान के अनुसार सामान्य परंपरा ये है कि अंतरराष्ट्रय मैच के आयोजन स्थल और तारीख को लेकर कोई भी फैसला दौरा और कार्यक्रम उप समिति करती है | इस समिति के पदेन सदस्य अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष हैं, जबकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शुक्ला भी इस समिति में शामिल हैं |

बीसीसीआई के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा हैं कि, "हां, किसी ने भी इस फैसले को लेकर पदाधिकारियों से सलाह नहीं ली हैं, क्योंकि किसी ने भी प्रोटोकॉल के अनुसार उप-समिति की बैठक नहीं बुलाई थी | अफगानिस्तान से खेलने का फैसला आम सभा (दिसंबर में एसजीएम में) में किया गया था और अब तारीख और स्थल की घोषणा के दौरान भी सदस्यों की अनदेखा कर दिया गया हैं|" 

 
 

By Pooja Soni - 17 Jan, 2018

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