कर्नाटक की पारी के दौरान अम्पायरों की तरफ से हुई चूक हैदराबाद के लिए भारी पड़ गई |
इस चूक की वजह से हैदराबाद की टीम को मैच में दो रनो से हार का सामना करना पड़ा हैं | कर्नाटक ने सैयद मुश्ताक अली क्रिकेट ट्रॉफी T20 टूर्नामेंट के दक्षिण क्षेत्र के विवादों से भरे मैच में हैदराबाद पर दो रन से जीत दर्ज हासिल की |अंपायरों की गलती के कारण कर्नाटक के योग में दो रन जुड़ गए और अंत में हैदराबाद इसी अंतर से की वजह से हार गया |
इस बीच बीसीसीआई ने भी कहा कि वह मैच रेफरी की रिपोर्ट मिलने के बाद आचार संहिता के अनुसार कार्रवाई करेंगे | बोर्ड ने ट्विटर पर ट्वीट करके कहा हैं कि, ‘‘बीसीसीआई ने हैदराबाद और कर्नाटक के बीच के मैच को संज्ञान में लिया है | मैच रेफरी की रिपोर्ट का इंतजार है, जिसके बाद आईसीसी आचार संहिता के अनुसार कार्रवाई की जाएगी |"
The BCCI has taken cognizance of the events that unfolded during and after the Syed Mushtaq Ali Trophy 2018 match today between Hyderabad-Karnataka. An official report by the Match Referee is awaited, following which appropriate action as per BCCI’s Code of Conduct will be taken
— BCCI (@BCCI) January 11, 2018
इसके कारण हैदराबाद के खिलाड़ी काफी नाराज हो गये थे, क्योंकि उनका मानना था कि स्कोर में बाद में बदलाव करने के कारण उनकी टीम को हार का सामना करना पड़ा | दरअसल, मैच के दौरान दूसरे ओवर की चौथी गेंद पर हैदराबाद के डीप मिडविकेट पर खडे़ क्षेत्ररक्षक मेहदी हसन का पैर सीमा रेखा से छू गया था, लेकिन अंपायर उल्हास गंधे ने करुण नायर को चार रन देने के बजाय दो रन दे दिए |
अंपायर उल्हास और अभिजीत देशमुख ने रिव्यू के लिये मैच को नहीं रोका, लेकिन हैदराबाद की पारी शुरू होने से पहले ही स्कोर में सुधार करके, उन्हें पांच विकेट पर 205 रन कर दिया | इस बात को लेकर हैदराबाद की पारी शुरू होने से पहले कर्नाटक के कप्तान विनय कुमार और हैदराबाद के कप्तान अंबाती रायुडु की अंपायरों के साथ बहस भी हुई थी |
मैच ख़त्म होने के बाद भी रायुडु ने अंपायरों के सामने यह मुद्दा रखा था | रायुडु और उनकी टीम के अन्य खिलाडी मैदान पर उतर आये थे, जिसकी वजह से आंध्र और केरल का मैच समय पर शुरू नहीं हो पाया | रायुडु ने कहा था कि उनका इरादा दूसरा मैच रोकने का नहीं था और वे सिर्फ सुपर ओवर करवाने की मांग कर रहे थे |