केप टाउन में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए गए पहले टेस्ट मैच के चौथे दिन,फाफ डुप्लेसिस ने एक बार फिर से अपने नेतृत्व कौशल का प्रदर्शन किया , क्योकि उन्होंने क्विंटन डी कॉक को स्टंप के नज़दीक खड़े रहने को कहकर, रविचंद्रन अश्विन को मैदान से बाहर किया |
वर्नोन फिलेंडर, जिहोने सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करते हुए 42 रन देकर 6 विकेट हासिल किये जिसमे आश्विन का विकेट भी शामिल हैं, और इसका श्रेय उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के कप्तान को दिया | क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार फिलेंडर ने मैच के बाद के पत्रकारों से बात करते हुए कहा हैं कि, "आपको उन सुझावों के लिए खुला होना चाहिए, लेकिन मैं इसका श्रेय 'फाफी'(फाफ डुप्लेसिस) को देना चाहूंगा |"
"उस समय, अश्विन अपनी क्रीज से काफी दुरी पर बल्लेबाजी कर रहे थे और विकेट धीमी गति की ओर स्पर्श कर रही थी और गेंद थोड़ी पुरानी थी | और मुझे भी लगा कि अगर उन्हें आउट कर दिया जाए तो, हम सभी तीनों विकेट को भी हासिल कर सकते हैं |"
उन्होंने आगे कहा कि, "आपको सिर्फ शांत रहने कि जरुरत हैं | हम उन आखिरी के तीन विकेट लेने के लिए अपने हथियारघर से बाहर थे | शांत दिमाग के साथ टीम शीर्ष पर आ रही थी | चाय के बाद, मैं थोड़ा कठोर पक्ष की ओर आ रहा था और मैं ने आखिरी दो या तीन ओवर में ओर गेंदबाजी की | मेरे आखिरी ओवर में गेंदबाज़ी करने से पहले फाफी, मोर्न को गेंदबाज़ी करने के लिए कहने जा रहे थे और मैंने उन्हें रोककर कहा कि, 'सुनो, वास्तव में, मैं अभी काफी उग्र हूँ, इसलिए मुझे एक और ओवर में गेंबाज़ी करने का मौका चाहिए' और सौभाग्य से इस सुझाव ने काम किया |"
"जब आप उस स्कोर बोर्ड की तरफ देखते हो तो, हमें बचाव करना होता था और किसी को खेलना पड़ता है | आप खेल में बाद में इंतजार नहीं कर सकते, क्योंकि बाद में आप कुछ खास नहीं कर सकते हो | मैं सिर्फ अच्छी गेंदबाज़ी करना चाहता था और टीम को एक अच्छी स्तिथि में लाना चाहता था | मैं सिर्फ मैदान में एक अंतर लाना चाहता था |"