डिर्क नेन्स ने बांग्लादेश प्रीमियर लीग में स्पॉट-फिक्सिंग प्रथाओं का किया खुलासा

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ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज डिर्क नेन्स ने पर्थ में एशेज टेस्ट के दौरान आई स्पॉट फिक्सिंग की खबरों के बाद, बांग्लादेश प्रीमियर लीग में स्पॉट फिक्सिंग के साथ अपने अनुभवों का खुलासा किया हैं |

शुक्रवार को एबीसी रेडियो से बात करते हुए नेन्स ने बताया हैं कि, "बांग्लादेश प्रीमियर लीग बहुत ही रोचक था | पहली बार वहां सभी टीमों के मालिक साथ में सामने आये थे | मालिकों को मैदान पर आने की अनुमति नहीं हैं, लेकिन मालिकों के एक टीम मैनेजर होते थे और वो कहता हैं कि, "हम आगे क्या करना हैं?', उसके बाद कोच के पास जाया जाता हैं | सुरक्षाकर्मी कह रहे थे कि बस बहुत हुआ | लेकिन यह अभी भी चल रहा था | मालिक वह अपने फ़ोन के साथ बैठे हुए थे, वह मालिक मांग कर रहे थे, कि वे कोच के साथ लगातार संपर्क में रहें, क्योंकि यही वजह है कि उन्होंने टीम खरीदी है |" 

41 वर्षीय ने ऑस्ट्रेलिया के लिए एक वनडे मैच और 17 T20I खेलने के अलावा दुनिया भर में बहुत सी T20 लीग भी खेली हैं | उन्होंने बीपीएल में सिलेट् रॉयल्स के लिए भी खेला हैं | नेन्स ने बताया कि वहाँ जो भी चल रहा था, वहाँ के सुरक्षाकर्मी पूरी तरह से उसे नियंत्रित करने में असमर्थ थे |
 
उन्होंने आगे कहा कि, "जब मैं बांग्लादेश प्रीमियर लीग में खेल रहा था, तब मैंने टेलीविजन पर कुछ खेल देखे थे, और आप मैदान पर बल्लेबाज़ पर चिल्लाने वाले खिलाड़ियों को सुन सकते थे, क्योंकि आपने देखा होगा कि यह गलत आउट हुआ हैं | सुरक्षाकर्मी, मैदान पर मौजूद लोग और सभी लोग ये बात जानते थे |"  

पूर्व तेज गेंदबाज ने बताया कि, "भीड़ में स्पॉट फिक्सिंग करने वाले लोग होते हैं | उन लोगो कि शर्ट के कफ में एक माइक्रोफ़ोन लगा होता था और उनकी जेबो में कम से कम 10 मोबाइल फोन होते थे | वे कभी भी, अपनी आस्तीन उठाकर माइक्रोफ़ोन में बात करते थे और वे जो कुछ भी कर रहे थे, उसके लिए उनके पास समय था | और सुरक्षाकर्मो उन्हें बाहरनकालना चाहते थे | दरअसल बांग्लादेश में, वे ऐसा नहीं कर पाते हैं |"

साथ ही नेन्स ने ऑस्ट्रेलिया में स्पॉट फिक्सिंग और भ्रष्टाचार के आरोपों पर भी संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि, "मैं थोड़ा सा अनुभवहीन बनने जा रहा हूं, क्योंकि मेरे हिसाब से, ऑस्ट्रेलिया में मैंने जिसके साथ भी क्रिकेट खेला हैं, वो हमेशा खेल जीतने के लिए अपना 100 प्रतिशत देता हैं | जब हम सन अख़बार की खबर की बात करते हैं, तो उसमे कहा गया हैं की ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को 5 मिलियन से ज्यादा मिल रहे हैं | वो खेह्ते हैं सिर्फ 60 हज़ार? फिर उसमे से सब को अपना हिस्सा मिलेगा | ऐसे इंतेज़ाम के होते हुए, कोई खिलाडी उससे स्वीकार नहीं करेगा |" 

 
 

By Pooja Soni - 16 Dec, 2017

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