सोमवार को बीसीसीआई ने अपनी विशेष बैठक(एसजीएम) में इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी कोच्चि टस्कर्स केरल को मुआवज़े की रकम 850 करोड़ रुपये का भुगतान करने से मना कर दिया हैं |
वार्षिक शुल्क को कवर करने के लिए बैंक गारंटी प्रदान करने में असफल रहने के बाद, बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने केरल फ्रेंचाइजी को साल 2011 में समाप्त कर दिया था | परिणाम स्वरुप, फ्रेंचाइज ने सिर्फ साल 2011 का सीजन ही खेला था, जहां उन्होंने 10 टीमों में से आठवां स्थान हासिल किया था | उसके बाद से टीम को आईपीएल के किसी भी सीजन में शामिल नहीं किया गया |
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार बीसीसीआई के एक सीनियर पदाधिकारी ने बताया हैं कि, "मान लीजिए कि यदि हम दिनों की संख्या में कटौती करते हैं, तो ब्रॉडकास्टर्स हमें उसी के अनुसार भुगतान करेंगे | अब हम एक ऐसी स्थिति में हैं जहां हमें कोच्चि टस्कर्स को मध्यस्थता हारने के बाद 850 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा |"
उन्होंने आगे कहा कि, "ऐसे में पैसा कहा से जमा किया जायेगा | किसी भी मामले में, एफ़टीपी या वेतन वृद्धि केवल जनरल बॉडी द्वारा ही पारित हो सकती है |"