तीन साल पहले भारतीय टीम ने वानखेड़े स्टेडियम में ही वेस्टइंडीज के सामने सिर्फ 2 विकेट गवांकर 192 रनों का लक्ष्य रखा था लेकिन वेस्टइंडीज ने भारतीय टीम को हराते हुए टी-20 विश्वकप अपने नाम कर लिया था। बुधवार शाम एक बार फिर वैसी ही स्थिति नजर आई जहाँ पहले भारतीय टीम को बल्लेबाजी का न्यौता दिया गया लेकिन इस बार भारतीय बल्लेबाजों ने कोई कसर नहीं छोड़ी। टीम के तीन बल्लेबाजों ने 70+ रनों की पारियां खेली और वेस्टइंडीज को सीरीज के निर्णायक मुकाबले में 241 रनों का लक्ष्य दिया।
रोहित शर्मा, केएल राहुल और विराट कोहली ने वेस्टइंडीज की गेंदबाजी को ध्वस्त करते हुए तूफानी बल्लेबाजी की और क्रमशः 71, 91 और 70 रनों की नाबाद पारी खेली। मैच के बाद मैन ऑफ द मैच केएल राहुल ने कहा कि उन्हें अब पता चल गया है, पहले बल्लेबाजी करते हुए क्या करना है।
भारतीय टीम को दूसरे टी-20 के दौरान भी पहले बल्लेबाजी करने का मौका मिला था लेकिन टीम सिर्फ 170 रन बना सकी थी और उन्होंने ये मैच 8 विकेट से गवां दिया था।
"ये जाहिर सी बात है की पहले बल्लेबाजी करते हुए हमारा रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। आज बहुत अच्छा मौका था और मुझे ख़ुशी है की हमने इसका फायदा उठाया," केएल राहुल ने मैच के बाद कहा।
"इससे हमें बहुत आत्मविश्वास मिलेगा और अब हम जानते है की पहले बल्लेबाजी करते हुए क्या करना है। विश्वकप से पहले हर मैच महत्वपूर्ण और सीखने का एक मौका है। जैसे बाकी प्रारूपों में होता है, एक बार आप सेट हो जाते है, आप उसे जारी रखते है और जान पाते है की कौनसे शॉट खेलने है। टी-20 भी ऐसा ही और टीम के बेहतर परिणामों के लिए में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूँगा," राहुल ने आगे कहा।