IND v SA 2019: चेन्नई की सपाट विकेट ने मुझे बेहतर गेंदबाज बनाया : दीपक चाहर

दीपक चाहर और विराट कोहली | AFP

ज्यादातर गेंदबाजों को डेथ ओवरों में बल्लेबाजो को परेशानी में डालना मुश्किल लगता है, लेकिन युवा भारतीय तेज गेंदबाज दीपक चाहर टी 20 प्रारूप में चुनौती को स्वीकार कर रहे हैं।

भारत अगले साल विश्व टी 20 से पहले युवाओं को मौका देने की कोशिश कर रहा है, जिसमे 27 वर्षीय चाहर ने पिछले साल जुलाई में पदार्पण के बाद से तीन खेलों में प्रभावित किया है, चाहर ने 3 मैचों में 11.5 की औसत से 6 विकेट लिए है।

आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए गेंदबाजी की शुरुआत करने के बाद, चाहर ने दिखाया कि वह पावरप्ले में उतने ही प्रभावी गेंदबाज है।

"मुझे नहीं पता कि मैंने इसे कैसे विकसित किया (शीर्ष पर गेंदबाजी) लेकिन आपको यह करना ही होता है जब आप भारत के लिए खेल रहे हों। यह सर्कल के बाहर केवल दो क्षेत्ररक्षकों के साथ चुनौतीपूर्ण है। लेकिन मैंने उप-होशपूर्वक सोचना शुरू कर दिया है कि मुझे सर्कल के बाहर दो क्षेत्ररक्षकों के साथ तीन ओवर फेंकने होंगे" भारत की साउथ अफ्रीका के खिलाफ 7 विकेट से जीत के बाद दीपक चाहर ने कहा|

अपने पहले तीन ओवर के स्पेल में चाहर ने गेंद को स्विंग करवाते हुए रीजा हेंड्रिक्स का विकेट झटका| इसके बाद 18वें ओवर में उन्होंने वापसी की और तेम्बा बवुमा को ओत किया|

"पहले मैं डेथ ओवरों में अधिक गेंदबाजी करता था और यह आसान लगता था क्योंकि पावरप्ले में आपके पास सर्कल के बाहर केवल दो क्षेत्ररक्षक होते हैं और उसके बाद आपके पास पांच क्षेत्ररक्षकों का संरक्षण होता है। आप डेथ ओवरों में भी भिन्नता का उपयोग कर सकते हैं," चाहर ने कहा|

चाहर ने कहा की वो बल्लेबाजों को ध्यान भटकाने और उन्हें पछाड़ने पर अपना ध्यान केन्द्रित करते है|

"मैं कैसे गेंदबाजी करता हूं यह बल्लेबाजों पर निर्भर करता है। डेथ ओवरों में, बल्लेबाज यॉर्कर या धीमी गेंद की उम्मीद कर रहे हैं लेकिन अगर आप बाउंसर या नकलबॉल भी दाल सकते हैं, तो यह उसे चौंका सकता है। आपको बल्लेबाज का अनुमान लगाते रहना होगा," राजस्थान के दीपक चाहर ने कहा|

चाहर को लगता है की चेन्नई के सपाट मैदानों ने आईपीएल के दौरान उन्हें एक बेहतर गेंदबाज बनाया|

"जब आप चेन्नई से खेल रहे होते है तो बाहर से कोई मदद नहीं मिलती है। लेकिन जब पिछली साल हम पुणे में खेले तो विकेट और हवा दोनों से मदद मिल रही थी। लेकिन चेन्नई में घास नहीं होती इसलिए स्विंग अधिक से अधिक एक ओवर तक ही मिलती है। मुझे आत्मविश्वास था की में यहाँ अच्छा कर सकता हूँ, में और कहीं पर भी अच्छा कर सकता हूँ," चाहर ने कहा|

 
 

By Raj Kumar - 19 Sep, 2019

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