IND v BAN 2019: साइमन टॉफेल के अनुसार डे-नाइट टेस्ट में गेंद का गुलाबी रंग होगा सबसे बड़ी चुनौती

भारतीय टेस्ट टीम | AP

यह पहली बार होगा जब भारत एक डे-नाइट टेस्ट का साक्षी बनेगा और खिलाड़ियों व अधिकारियों के साथ ही कोई भी पूरी तरह से निश्चित नहीं की मैच के दौरान स्थितिया कैसी होगी। भारत और बांग्लादेश के बीच ये मैच ईडन गार्डन में गुलाबी गेंद से खेला जाएगा और जैसा की अभी तक किसी भी भारतीय खिलाड़ी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में गुलाबी गेंद से नहीं खेला है तो हर कोई बस इसी के बारे में विचार कर रहा है।

इस बीच, आईसीसी के पूर्व कुलीन पैनल अंपायर साइमन टॉफेल, जो कि सबसे अच्छे आधुनिक क्रिकेट अंपायर में से एक हैं, ने इस बात को स्वीकार किया है कि गेंद का रंग दोनों टीमों को चुनौती देगा।

मंगलवार को कप्तान विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय बल्लेबाजों ने खुद को तेजी से समायोजित करने के लिए अभ्यास सत्र के दौरान लाल और गुलाबी दोनों गेंदों को वैकल्पिक रूप से खेलते हुए नजर आये। भारतीय टीम में केवल विकेटकीपर रिद्धिमान साहा और तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को घरेलू क्रिकेट में गुलाबी गेंद से खेलने का अनुभव है।

"पहली चुनौती गेंद का रंग और गेंद की बदलती प्रकृति से निपटना है। यह जल्दी स्विंग हो सकता है लेकिन समय के अनुसार अलग व्यवहार करेगा," टॉफेल ने कहा। 48 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई ने अन्य चुनौतियों के बारे में भी बात की जिनका सामना दोनों टीमें रोशनी में करेगी जिनमे ओस और नमी शामिल है जो उनके अनुसार गेंद को प्रभावित करेगा।

"रात में ओस के साथ टेस्ट क्रिकेट खेलना भी एक चुनौती है और नमी गेंद को प्रभावित कर सकती है और मुझे उम्मीद है कि गेंद के गीले होने के कारण अधिक बदलाव होंगे, हो सकता है रंग उतर जाए और खेलने के लिए सही ना रहे," टॉफेल ने कहा।

 
 

By Raj Kumar - 15 Nov, 2019

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