भारतीय सुरक्षा बलों के बलिदान बैज वाले दस्ताने पहनकर विश्वकप में 5 जून को साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहला मुकाबला खेलने वाले धोनी पर अब क्रिकेट दो भागो में बँटता नजर आ रहा है| मैच के एक दिन बाद ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने बीसीसीआई को धोनी के दस्तानो से इस चिन्ह को हटाने का हुक्म दे दिया है|
इसी बीच पाकिस्तान के संघीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री ने इस बारे में एक ट्वीट किया और अपने विचार इस घटना पर प्रकट करते हुए भारतीय मीडिया द्वारा इस विषय पर चर्चा की निंदा की|
"ये भारतीय मीडिया में क्या मूर्खतापूर्ण बहस चल रही है, धोनी क्रिकेट खेलने के लिए इंग्लैंड गए है, महाभारत नहीं। भारतीय मीडिया का एक वर्ग युद्ध से इतना प्रभावित है कि उन्हें भाड़े के सैनिकों के रूप में सीरिया, अफगानिस्तान या रावंडा भेजा जाना चाहिए।" फवाद ने अपने ट्वीट में लिखा।
हाल ही में साउथैम्पटन में खेले गए भारत के पहले विश्वकप मुकाबले में धोनी ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ जो दस्ताने पहने थे उन पर सेना का बलिदान बैज लगा था। इस चीज पर दर्शकों की नजर तब पड़ी जब स्टंपिंग के दौरान धोनी के हाथों को बड़ी स्क्रीन पर ज़ूम करके दिखाया जा रहा था जिसके बाद से ही इस पर बहस जारी है| हालाँकि ICC पहले ही इसे हटाने का निर्णय सुना चुका है|